बॉर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) – सभी खबरें और विश्लेषण
जब हम बॉर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया, भारत की क्रिकेट प्रशासनिक संस्था, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का आयोजन, नियम और चयन प्रक्रिया संभालती है. BCCI की बात करते हैं, तो दो अन्य प्रमुख इकाइयों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता: भारतीय क्रिकेट टीम, देश की प्रतिनिधिक टीम, जो टेस्ट, ODI और T20 में प्रतिस्पर्धा करती है और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL), वर्ल्ड के सबसे बड़ी टी‑20 लीग, जिसका प्रायोजन और नियमन BCCI करता है. साथ ही इंटरनेश्नल क्रिकेट काउंसिल (ICC), अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियम बनाती है, जिसके तहत BCCI काम करता है भी इस खेल के बड़े परिदृश्य को आकार देती है। ये चारों इकाइयाँ आपस में जुड़े हुए हैं: BCCI भारतीय टीम का चयन करता है, IPL के माध्यम से युवा प्रतिभा को मंच मिलती है, और ICC के नियमों को लागू करके अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित की जाती है।
बॉर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया की सबसे प्रमुख जिम्मेदारी बॉर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया की नीति बनाना है, जिससे टेस्ट क्रिकेट का कैलेंडर तय होता है, बैट्समैन की फॉर्म और बॉलर्स की फिटनेस का आंकलन किया जाता है, और घरेलू ट्रॉफी जैसे रणजी ट्रॉफी, ड्यूक स्क्रीन कप आदि को आयोजित किया जाता है। इसी कारण से BCCI को अक्सर "टेस्ट क्रिकेट के संरक्षक" कहा जाता है, क्योंकि यह फॉर्मेट सबसे अधिक धैर्य और तकनीक की मांग करता है। इस भाग में हम देखते हैं कि कैसे BCCI ने हाल ही में प्रशिक्षक मंडल में बदलाव किया, युवा खिलाड़ियों को "परिणाम‑आधारित" चयन मानदंड अपनाया और टेस्ट सीजन को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए विदेशी टूर का प्रावधान किया। साथ ही, IPL के लिए BCCI ने नई फ्रेंचाइजी नीति लागू की, जिससे छोटे शहरों में निवेश बढ़े और दर्शकों की संख्या में इजाफा हुआ।
जब ICC के अंतरराष्ट्रीय नियमों की बात आती है, तो BCCI को उनका पालन करना अनिवार्य है, लेकिन साथ ही वह अपने राष्ट्रीय हितों को भी ध्यान में रखता है। उदाहरण के तौर पर, ओवल टेस्ट से पहले 18‑सदस्यीय टीम की घोषणा BCCI की रणनीतिक सोच को दर्शाती है—अनुभवी खिलाड़ियों को साथ लेकर युवा ख़िलाड़ियों को डेब्यू देने का संतुलन बनाता है। इस कदम से न केवल टीम की स्थिरता बढ़ी, बल्कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता भी आई। इसी तरह, BCCI ने हाल ही में महिला क्रिकेट के लिए अलग से बजट आवंटित किया, जिससे महिला विश्व कप के तैयारी में बेहतर सुविधाएँ और अधिक मैच शेड्यूल किए जा सके। ये पहलें दर्शाती हैं कि BCCI केवल पुरुष क्रिकेट तक सीमित नहीं, बल्कि समग्र विकास में रुचि रखता है।
इन सब बातों को समझने के बाद अब आप नीचे दी गई सूची में देखेंगे कि कैसे BCCI की फैसले सीधे मैदान पर असर डालते हैं—चाहे वह भारत बनाम पाकिस्तान की हाई‑स्टेक्स मैच हो, या भारत की महिला टीम की जीत की कहानी। इस टैग पेज पर आपको बोर्ड की नई नीतियों, टीम चयन, टूर्नामेंट परिणाम, और खिलाड़ियों की व्यक्तिगत उपलब्धियों से जुड़ी विस्तृत रिपोर्टें मिलेंगी। आगे की सामग्री में हम उन ख़ास घटनाओं पर रोशनी डालेंगे जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए सबसे ज़्यादा मायने रखती हैं।

शुवमन गिल की कप्तानी में भारत‑वेस्टइंडिज़ टेस्ट सीरीज़: पहला दिन, स्क्वाड और नई राह
शुवमन गिल की कप्तानी में भारत‑वेस्टइंडिज़ टेस्ट सीरीज़ का पहला दिन, नया स्क्वाड और आख़िरी‑मिनट बदलावों पर विस्तृत रिपोर्ट, साथ ही भविष्य की संभावनाएँ।
और देखें