लोन बुक क्या है और क्यों जरूरी है?
जब भी आप कोई कर्ज लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको लोन बुक देखनी चाहिए। यह दस्तावेज़ आपके लिए लोन की सारी शर्तें – राशि, ब्याज दर, अवधि और फीस – एक जगह जमा करता है। बिना इस जानकारी के फैसला करना मुश्किल हो जाता है, जैसे बिना नक्शा के यात्रा शुरू कर देना.
लोन बुक में मुख्य भाग क्या होते हैं?
आमतौर पर लोन बुक में तीन प्रमुख सेक्शन मिलते हैं:
- ब्याज दर और किस्तें: यहाँ बताया जाता है कि आपके कर्ज पर कौन‑से प्रतिशत ब्याज लगेगा और हर महीने कितनी रकम चुकानी होगी.
- शर्तें व नियम: इसमें लोन के लिए जरूरी दस्तावेज़, प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट पेनाल्टी आदि की जानकारी रहती है.
- समय‑सीमा और समाप्ति: कब तक लोन चुकाना है, क्या आप जल्दी चुकाने पर छूट पा सकते हैं – ये सब यहाँ लिखा होता है.
इन बिंदुओं को पढ़ने से आपको पता चलता है कि लोन आपके बजट में फिट बैठता है या नहीं.
लोन बुक कैसे समझें – आसान टिप्स
1. ब्याज दर की तुलना करें: एक ही प्रकार के कर्ज पर अलग‑अलग बैंकों की दरें बहुत भिन्न हो सकती हैं। सबसे कम ब्याज वाला विकल्प चुनें, लेकिन साथ में छिपी फीस का ध्यान रखें.
2. कुल खर्च देखें: केवल मासिक किस्त नहीं, बल्कि लोन के पूरा करने पर कुल भुगतान कितना होगा – इसे जोड़ कर देखें. इससे आप लंबी अवधि में बचत या नुकसान दोनों समझ पाएँगे.
3. प्रीपेमेंट की शर्तें पढ़ें: कई बार जल्दी चुकाने पर पेनाल्टी लगती है। अगर आपके पास अतिरिक्त धन है, तो ऐसी पेनाल्टी से बचना फायदेमंद रहेगा.
4. छूट और ऑफ़र देखें: कुछ बैंक नई लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस में छूट या पहले साल की ब्याज दर कम कर देते हैं। ऐसे ऑफ़र को नजरअंदाज़ न करें.
5. भुगतान कैलेंडर बनाएं: लोन बुक में बताई गई तिथियों के हिसाब से एक सरल शीट तैयार करें। इससे देर‑से‑भुगतान की फाइन नहीं लगेगी और आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा रहेगा.
इन पांच कदमों को अपनाकर आप लोन बुक को आसानी से पढ़ सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्य में तेज़ी ला सकते हैं.
लोन बुक सिर्फ कागज़ नहीं, बल्कि आपके आर्थिक निर्णयों का नक्शा है। इसे सही तरह से समझना आपका पहला कदम है सुरक्षित ऋण लेने की ओर. अब जब आप जानते हैं क्या देखना है, तो अगली बार किसी भी बैंक या फाइनेंस कंपनी के ऑफ़र को देखकर तुरंत फैसला न लें – पहले लोन बुक खोलें और फिर चुनें.

IRFC का चौथी तिमाही परिणाम: नेट प्रॉफिट 34% बढ़ा, कुल आय 6,478 करोड़ रुपये
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में अपने नेट प्रॉफिट में 34% की वृद्धि दर्ज की है। इसी अवधि में कंपनी की कुल आय 6,478 करोड़ रुपये रही और लोन बुक 13% बढ़कर 31 मार्च 2024 तक 2,91,225 करोड़ रुपये हो गई।
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