फ्रांस चुनाव 2024 – क्या होगा परिणाम?
अप्रैल 2024 में फ्रांसीसी जनता अपने अगले राष्ट्रपति चुनने के लिए रेत बिखेगी। ये चुनाव न सिर्फ यूरोप, बल्कि भारत जैसे देशों पर भी असर डालता है क्योंकि फ्रांस ए.एन.एफ. का स्थायी सदस्य है। अगर आप इस प्रक्रिया को समझना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मुख्य बिंदुओं को देखें।
मुख्य उम्मीदवार और पार्टियां
इस बार दो बड़े नाम आगे निकलते दिख रहे हैं: इम्मानुएल मैक्रों (एन.ए.पी) और मारिन ले पेन (राइट फ्रंट)। मैक्रों को उनके मौजूदा कामकाज, पर्यावरणीय नीतियों और यूरोपीय गठबंधन में उनकी भूमिका के कारण समर्थन मिल रहा है। दूसरी ओर, ले पेन की राष्ट्रीय पहचान, इमिग्रेशन पर कठोर रुख और सुरक्षा व अर्थव्यवस्था का वादा उन्हें कई वोटर्स तक पहुंचा रहा है। इनके अलावा सेंटर-लेफ्ट से एलेक्सांद्रे फेट (सामाजिक लोकतांत्रिक पार्टी) भी कुछ क्षेत्रों में ताकत बना रहे हैं, लेकिन उनके पास अभी बड़े पैमाने पर समर्थन नहीं है।
वोटिंग प्रक्रिया और भारत में असर
फ्रांस का राष्ट्रपति चुनाव दो चरणों में होता है। अगर पहले चरण में कोई उम्मीदवार 50% से अधिक वोट नहीं ले पाता, तो शीर्ष दो उम्मीदवार दूसरे दौर में भिड़ते हैं। मतदाता 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी नागरिक होते हैं और वे इलेक्ट्रॉनिक या कागज़ी बॉक्स से मतदान कर सकते हैं। भारत में फ्रेंच कंपनियों की कई निवेश योजनाएं चल रही हैं, इसलिए नई सरकार के आर्थिक नीतियां सीधे भारतीय व्यापार को प्रभावित कर सकती हैं—खासकर एयरोस्पेस, ऊर्जा और फ़ैशन सेक्टर में। अगर मैक्रों पुनः चुने जाते हैं तो यूरोपीय संघ का स्थिर रुख जारी रहेगा; ले पेन की जीत से यूरोप में अधिक राष्ट्रीयतावादी नीति आ सकती है, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर दबाव बढ़ सकता है।
फ्रांस के चुनाव को समझना आसान नहीं लगता, लेकिन मुख्य बात यह है कि कौनसी पार्टी आर्थिक और विदेश नीतियों को आगे ले जाएगी। यदि आप भारत में फ्रेंच कंपनियों से जुड़े हैं या यूरोपीय बाजार में निवेश कर रहे हैं तो इस परिणाम पर नजर रखिए। छोटे-छोटे बदलाव भी आपके व्यापारिक निर्णयों को बदल सकते हैं।
अंत में, चुनाव का समय नजदीक है और राजनीतिक माहौल तेज़ी से बदल रहा है। उम्मीदवारों के प्रचार अभियान, जनमत सर्वेक्षण और सोशल मीडिया चर्चा हर दिन नई जानकारी देती रहती है। इसलिए नियमित रूप से अपडेट पढ़ते रहें और अपनी रणनीति को उसी अनुसार समायोजित करें।

फ़्रांस चुनाव 2024: वामपंथी दलों ने दक्षिणपंथी पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए एकजुट
हाल ही में हुए फ़्रेंच संसदीय चुनाव में वामपंथी दलों ने दक्षिणपंथी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए गठबंधन किया। पहले दौर में मरीन ले पेन की नेशनल रेली पार्टी ने महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की थी, लेकिन दूसरे दौर में बाईं ओर झुकाव रखने वाले उम्मीदवारों की वापसी ने वामपंथियों को बहुमत हासिल करने में मदद की। इस कदम ने दक्षिणपंथी पार्टी को बहुमत से दूर रखा।
और देखें