एक राष्ट्र एक चुनाव – भारत में आगामी चुनावों की पूरी गाइड
नमस्ते! आप शायद सोच रहे हैं कि इस साल का बड़ा राजनीतिक इवेंट कब है, किसे वोट देना चाहिए और कैसे तैयार होना चाहिए। चलिए आसान शब्दों में सब बताते हैं, ताकि आप बिना उलझे अपने अधिकार का सही इस्तेमाल कर सकें।
क्यों है यह महत्त्वपूर्ण?
हर पाँच साल में देश के सबसे बड़े निर्णय होते हैं – संसद, राज्य विधान सभा और लोकसभा की सीटें तय होती हैं। इन चुनावों से सरकार बदलती है, नीतियों का रुख बदलता है और रोज़मर्रा की जिंदगी पर असर पड़ता है। अगर आप वोट नहीं देंगे तो आपका आवाज़ सुनाई नहीं देगा, चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य या रोजगार के मुद्दे हों। यही कारण है कि "एक राष्ट्र एक चुनाव" सिर्फ नारा़ नहीं, बल्कि हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।
अगले कुछ महीनों में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव और फिर राष्ट्रीय स्तर पर लोकसभा का चुनाव होने वाला है। इस दौरान पार्टियों के एजेंडे, उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि और उनका ट्रैक‑रिकॉर्ड देखना जरूरी है। अक्सर खबरों में बड़े वादे आते हैं, लेकिन वास्तविक कामकाज को समझने के लिए पिछले पाँच सालों की योजनाओं पर नज़र डालनी चाहिए।
कैसे तैयार हों मतदान के लिए?
पहला कदम – अपना वोटर आईडी चेक कर लें। अगर नहीं है तो सबसे नज़दीकी निर्वाचन कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल से तुरंत अप्लाई करें, क्योंकि वोटिंग डेडलाइन बहुत करीब आ रही है। दूसरा – अपने क्षेत्र में कौन‑कौन से उम्मीदवार लड़े रहे हैं, उनका प्रोफ़ाइल पढ़ें। आप स्थानीय अखबार, सरकारी वेबसाइट या विश्वसनीय समाचार साइटों पर जल्दी जानकारी पा सकते हैं।
तीसरा – मतदान केंद्र का पता जान लें। यह आपका घर के पास हो सकता है या पड़ोस में कोई स्कूल। चुनाव दिवस से एक दिन पहले अपना एलीडिबिलिटी स्लिप निकाल कर रखें, ताकि लाइन में खड़े होते समय परेशानी न हो। चौथा – वोट डालने की प्रक्रिया समझें: इलेक्ट्रॉनिक वॉटरिंग मशीन (EVM) या नई VVPAT स्क्रीन का उपयोग होता है। बस अपने चुने हुए उम्मीदवार के नंबर को दबाएँ और गिनती खुद हो जाएगी।
अंत में, अगर आप पहली बार मतदान कर रहे हैं तो थोड़ा टाइम रखें, लाइन में धैर्य रखें और चुनाव अधिकारी की बातों का पालन करें। याद रखिए, आपका एक वोट पूरे देश की दिशा बदल सकता है। इसलिए इस मौके को बेकार न जाने दें – अपने अधिकार को समझें, सही उम्मीदवार चुनें और अपना वोट डालें।

केन्द्र ने एक राष्ट्र, एक चुनाव प्रस्ताव को दी मंजूरी - लोकतंत्र में होगा बड़ा बदलाव
केंद्र सरकार ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जैसा कि राम नाथ कोविंद समिति द्वारा अनुशंसित है। यह मंजूरी लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के संयुक्त रूप से संचालन का मार्ग प्रशस्त करती है। प्रस्ताव को संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में बिल के रूप में पेश किया जाएगा।
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