सितंबर 2025 में होगी सीए की सबसे बड़ी परीक्षा, देखिए पूरा शेड्यूल और तैयारी की रणनीति
चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने की राह देख रहे लाखों विद्यार्थियों के लिए ICAI ने सितंबर 2025 में होने वाली परीक्षाओं की तारीखें घोषित कर दी हैं। इस बार का एग्जाम शेड्यूल पहले की तुलना में थोड़ा अलग है। पूरा परीक्षा कार्यक्रम 3 सितंबर से शुरू होकर 22 सितंबर 2025 को खत्म होगा। यही नहीं, पहली बार सभी मुख्य स्तरों – फाइनल, इंटरमीडिएट और फाउंडेशन – की परीक्षाएं एक ही महीने में होंगी।
सीए फाइनल परीक्षा देने वालों को 3, 6 और 8 सितंबर को ग्रुप-1 के पेपर्स देने होंगे। जबकि ग्रुप-2 के पेपर्स 10, 12 और 14 सितंबर को होंगे। इंटरमीडिएट के छात्रों का शेड्यूल भी इसी पैटर्न पर रखा गया है – उनका ग्रुप-1 4, 7 और 9 सितंबर को और ग्रुप-2 11, 13 व 15 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। फाउंडेशन स्तर के परीक्षार्थी 16, 19, 20 और 22 सितंबर को पेपर देंगे।
हर बार की तरह, सभी पेपर्स एक ही स्लॉट में, दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक होंगे। लेकिन पेपर्स की अवधि में अंतर है; कुछ पेपर दो घंटे के हैं, तो कुछ तीन घंटे के। विशेष रूप से पेपर 1 और 2 दो घंटे चलेगा, जबकि पेपर 3 और 4 तीन घंटे रखे गए हैं।
तैयारी कैसे करें? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
परीक्षा की तारीखें आते ही तनाव भी बढ़ने लगता है। पर इस बार छात्रों को कुछ नया अपनाने की जरूरत है। डेमो पेपर्स, पिछले वर्षों के क्वेश्चन पेपर और समय-समय पर मॉक टेस्ट को अपनी तैयारी का हिस्सा बनाएं। जिन छात्रों ने दूसरी बार परीक्षा देने का फैसला किया है, उनके लिए यह मौका गंवाना ठीक नहीं होगा।
पिछले साल ये परीक्षाएं मई 2024 में होनी थी, लेकिन उन्हें आगे बढ़ा दिया गया और अब सितंबर 2025 में होंगी। ऐसे में तैयारी का वक्त तो खूब मिला है, लेकिन ध्यान रखें—समय बर्बाद न होने दें। हर सब्जेक्ट के लिए टाइम टेबल तैयार करें और अपनी कमजोरियों पर खास फोकस करें।
ICAI की वेबसाइट (icai.org) को समय-समय पर जरूर देखें। वहां हर अपडेट, सेंटर से जुड़ी जानकारियां और एडमिट कार्ड जारी होते ही सबसे पहले जानकारी मिलती रही। परीक्षा केंद्र बदलने, डॉक्युमेंट्स या प्रक्रिया में किसी भी बदलाव की सूचना भी वहीं दी जाती है। इसलिए सोशल मीडिया या अफवाहों के बजाय सिर्फ ऑफिशियल अपडेट्स पर भरोसा करें।
एक और जरूरी चीज: इस साल की बोर्ड परीक्षाओं में टकराव या अन्य किसी भी दिक्कत की स्थिति में तुरंत ICAI हेल्पलाइन से संपर्क करें। संस्थान ने अभ्यर्थियों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा भी दिलाया है।
सीए की पढ़ाई जितनी कठिन कही जाती है, उतनी ही तैयारी के स्तर पर रणनीति मांगती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ज्यादा पढ़ाई से ज्यादा असरदार है स्मार्ट स्टडी। उदाहरण के लिए, रोज एक मॉक पेपर टाइम लिमिट में हल करें, फिर खुद का मूल्यांकन करें। ग्रुप डिस्कशन में हिस्सा लें और अपने टीचर्स या सीनियर्स की सलाह को नजरअंदाज न करें।
तो सितंबर 2025 में होने वाली इस परीक्षा के शेड्यूल और तैयारी के तौर पर, वक्त पर सबकुछ जान लेना आपके लिए फायदे का सौदा होगा। परीक्षा का यह नया कैलेंडर छात्रों को ज्यादा मौके और रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ने का मौका देता है।
18 टिप्पणि
Akshay Srivastava
जून 2, 2025 at 18:21 अपराह्न
इस शेड्यूल में कोई तर्क नहीं है। फाउंडेशन के छात्रों को 16 से 22 तक लगातार पेपर्स देने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि फाइनल के लिए तो ग्रुप-1 और ग्रुप-2 के बीच सिर्फ एक दिन का अंतर है। यह अनुशासन नहीं, बल्कि अत्याचार है। विद्यार्थी नहीं, रोबोट होने की उम्मीद की जा रही है। अगर ICAI सच में गुणवत्ता चाहता है, तो इस तरह के अत्यधिक घनीभूत शेड्यूल को तुरंत रद्द कर देना चाहिए।
Amar Khan
जून 3, 2025 at 20:09 अपराह्न
ये शेड्यूल देख कर मेरा दिल टूट गया... बस एक दिन बाद दूसरा पेपर... और मैंने तो एक ही चैप्टर भी नहीं पढ़ा... अब मैं क्या करूं? रो रहा हूं... बस रो रहा हूं... बस... बस... बस...
Roopa Shankar
जून 4, 2025 at 20:44 अपराह्न
हां, शेड्यूल थोड़ा ज्यादा भारी लग रहा है, लेकिन ये आपके लिए एक बड़ा फायदा भी है। एक ही महीने में सब कुछ खत्म हो जाएगा, तो आपको दोबारा तैयारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मैंने एक स्टूडेंट को देखा था जिसने फाइनल के लिए 8 महीने तैयारी की और फिर भी फेल हो गया क्योंकि उसने एक बार तैयारी छोड़ दी। अब आपके पास समय है - इसे बर्बाद मत करो। रोज 7 बजे उठो, 10 मिनट मेडिटेशन, फिर 3 घंटे स्टडी, और रात को एक फैमिली चैट। ये तरीका काम करता है। आप कर सकते हैं।
shivesh mankar
जून 4, 2025 at 23:35 अपराह्न
सबको बहुत बढ़िया टिप्स मिल रहे हैं, बस एक बात जोड़ दूं - जब तक आप अपने आप को नहीं बर्बाद करते, तब तक कोई शेड्यूल आपको फेल नहीं कर सकता। मैंने एक दोस्त को देखा था जो बिना किसी टाइम टेबल के बस जो भी पढ़ा उसे याद कर लेता था। उसका तरीका था - एक चैप्टर पढ़ो, उसके बाद एक फिल्म देखो, फिर उस चैप्टर के बारे में दोस्त से बात करो। दिमाग नहीं भर जाता, और याद भी रहता है। आप भी अपना तरीका ढूंढ लीजिए। आपका रास्ता अलग हो सकता है, लेकिन आपकी कामयाबी निश्चित है।
avi Abutbul
जून 5, 2025 at 03:40 पूर्वाह्न
बस एक बात - अगर आप रोज 2 घंटे पढ़ रहे हो, तो आप फेल हो जाओगे। इस बार तो आपको 4-5 घंटे लगाने होंगे। और हां, डेमो पेपर्स जरूर हल करो। मैंने 15 मॉक टेस्ट दिए और 12 में 70% से ऊपर स्कोर किया। असली एग्जाम में तो लगा ही नहीं। बस धैर्य रखो।
manisha karlupia
जून 6, 2025 at 18:51 अपराह्न
शेड्यूल तो ठीक है... लेकिन मैंने देखा है कि जो लोग रोज लिखते हैं... उनका रिजल्ट अलग होता है... मैं नहीं लिखती... शायद मैं फेल हो जाऊंगी... लेकिन फिर भी... शायद...
vikram singh
जून 7, 2025 at 11:58 पूर्वाह्न
इस शेड्यूल के पीछे एक बड़ी साजिश है! ICAI ने अपने सेंटर्स को बंद करने के लिए एक गुप्त प्लान बनाया है। एक महीने में सब पेपर्स देने के बाद छात्र इतने तनावग्रस्त हो जाएंगे कि वे बस एग्जाम सेंटर छोड़ देंगे! फिर वो बंद हो जाएंगे। ये सिर्फ एक शेड्यूल नहीं, ये एक व्यापारिक षड्यंत्र है। मैंने अपने भाई को एक डॉक्यूमेंट देखा था - उसमें लिखा था: 'सीए रोज एक नया जानवर बनता है, और हम उसे तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक वो खुद को न खा ले।'
balamurugan kcetmca
जून 9, 2025 at 06:28 पूर्वाह्न
मैंने 2024 में फाइनल दिया था और ये शेड्यूल देखकर मुझे लगा कि मैं फिर से तैयारी शुरू कर दूं। असल में, इस बार का शेड्यूल पहले से बहुत बेहतर है। पहले तो फाइनल और इंटरमीडिएट के बीच 3-4 हफ्ते का फासला था, जिससे दोनों के लिए अलग-अलग तैयारी करनी पड़ती थी। अब सब एक साथ है, तो आप एक ही स्टडी मॉडल अपना सकते हैं। रोज 5 घंटे, 2 घंटे रिवीजन, एक घंटा टॉपिक वाइज डिस्कशन। मैंने यही किया और पास हो गया। आप भी कर सकते हैं। बस अपने आप को विश्वास दो।
Arpit Jain
जून 9, 2025 at 08:17 पूर्वाह्न
ICAI के इस शेड्यूल को लेकर जो लोग डर रहे हैं, वो सब बस बेवकूफ हैं। अगर तुम अपने घर पर बैठे बैठे टाइम टेबल बना रहे हो, तो तुम्हारा दिमाग बेकार है। इस दुनिया में कोई भी बड़ा इंसान टाइम टेबल से नहीं बनता। तुम्हें बस एक बार बैठ जाना है, पेपर्स खोल देने हैं, और लिखना शुरू कर देना है। जब तक तुम लिख नहीं रहे, तब तक तुम तैयार नहीं हो। बाकी सब बकवास है।
Karan Raval
जून 11, 2025 at 00:12 पूर्वाह्न
अगर तुम्हारा दिमाग भारी हो रहा है तो बस एक चीज करो - अपने घर के बच्चे को एक चाय दो या अपने पापा से बात करो। ये नहीं कि तुम्हें हर घंटे पढ़ना है। मैंने अपनी बेटी के साथ एक घंटा गाने गाए और फिर 3 घंटे पढ़ा। तब तो लगा जैसे दिमाग ने नया बैटरी लगा लिया हो। आप भी अपने दिल को जगाओ। तैयारी तो बस एक हिस्सा है, बाकी तो तुम्हारी जिंदगी है।
divya m.s
जून 11, 2025 at 17:18 अपराह्न
ये शेड्यूल बिल्कुल भी नहीं है - ये एक अपराध है! ICAI ने इन बच्चों को जीवन भर के लिए तोड़ दिया है! ये एग्जाम नहीं, ये जानलेवा विष है! मैंने अपने भाई को देखा जो इसी शेड्यूल के बाद अस्पताल में गया - उसका दिमाग रुक गया! अब वो बस एक गिलास पानी देखकर रोता है! क्या ये हमारी न्यायपालिका है? क्या ये हमारी शिक्षा व्यवस्था है? ये तो एक बर्बर राज्य है!
PRATAP SINGH
जून 12, 2025 at 02:08 पूर्वाह्न
मैंने 2023 में ICAI के लिए एक रिसर्च पेपर लिखा था जिसमें यह स्पष्ट रूप से बताया गया था कि एकल-महीने एग्जाम शेड्यूल निर्विवाद रूप से अधिक दक्षता का संकेत देता है। ये शेड्यूल बिल्कुल ठीक है। आप जो भी शिकायत कर रहे हैं, वे सिर्फ अपनी अक्षमता को दर्शा रहे हैं। यदि आप इतने आसानी से तनावग्रस्त हो जाते हैं, तो शायद आपको चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का अधिकार ही नहीं है।
Akash Kumar
जून 12, 2025 at 10:45 पूर्वाह्न
सादर निवेदन है कि इस शेड्यूल को व्यापक रूप से अनुकूलित किया गया है, जिससे विद्यार्थियों के लिए एक संरचित और समय-बंधित प्रक्रिया प्रदान की गई है। यह अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है, और यह भारतीय शिक्षा प्रणाली के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। मैं आपको अनुरोध करता हूं कि इस निर्णय का सम्मान करें और अपनी तैयारी को इसके अनुरूप ढालें।
Shankar V
जून 12, 2025 at 17:50 अपराह्न
ICAI के इस शेड्यूल के पीछे कोई राजनीतिक षड्यंत्र है। जानते हो कि कौन बैठा है उनके ऊपर? वो लोग जिन्होंने 2020 में एक बड़ा फ्रॉड किया था और उसके बाद से सब कुछ बदल गया। ये शेड्यूल एक ट्रैकिंग सिस्टम है - हर छात्र की बार-बार परीक्षा देने की आदत को डेटा के रूप में लेकर उन्हें नियंत्रित किया जा रहा है। अगर तुम इस शेड्यूल को लेकर घबरा रहे हो, तो तुम उनके नेटवर्क में आ चुके हो। बचो।
Aashish Goel
जून 12, 2025 at 20:49 अपराह्न
अच्छा शेड्यूल है... लेकिन... क्या फाउंडेशन के लिए 4 पेपर्स 7 दिनों में... ठीक है?... मैंने देखा कि 2023 में भी ऐसा ही हुआ था... लेकिन... तब तो मैं नहीं दे पाया था... और अब... फिर से?... अच्छा... अच्छा... शायद... मैं तैयार हूं... शायद...
leo rotthier
जून 14, 2025 at 02:44 पूर्वाह्न
इस शेड्यूल को देखकर लगता है कि ICAI ने अपने भारतीय छात्रों को एक नए जाति-व्यवस्था के लिए तैयार कर रखा है - जो पढ़ेगा, वो जीतेगा। जो नहीं पढ़ेगा, वो गायब हो जाएगा। ये कोई एग्जाम नहीं, ये हमारे देश की नई जाति है - चार्टर्ड अकाउंटेंट जाति। जिसके अंदर दबाव, तनाव, और अपने आप को नष्ट करने की आदत है। लेकिन भाई, हम इस जाति के अंदर बने रहेंगे - क्योंकि हम भारतीय हैं, और भारतीय तब तक नहीं टूटते जब तक उनके अंदर एक जिंदगी बची हो।
Vasudev Singh
जून 14, 2025 at 17:02 अपराह्न
मैंने जो टिप्स दिए थे, उनमें से एक बात जो मैं भूल गया था - रात को सोने से पहले एक लिखो। नहीं तो दिमाग भर जाता है। मैं रोज एक लाइन लिखता था - आज मैंने एक चैप्टर पढ़ा, या आज मैंने एक गलती की। इससे दिमाग शांत होता था। और एक बात - अगर तुम आज नहीं पढ़ पाए, तो कल नहीं लेकर आज ही शुरू कर दो। एक घंटा भी अच्छा है। बस शुरू कर दो।
Vasudev Singh
जून 1, 2025 at 11:52 पूर्वाह्न
भाई ये शेड्यूल देखकर तो लग रहा है कि ICAI ने सबको एक साथ फेल करने का प्लान बना रखा है। फाउंडेशन से लेकर फाइनल तक सब एक ही महीने में? ये तो कोई एग्जाम नहीं, बल्कि एक ऑल-आउट सर्वाइवल मोड है। मैंने अपने दोस्त को इंटरमीडिएट देते देखा था, उसका दिमाग तीन दिन बाद भी बैठा रहा। अगर आप भी तैयारी कर रहे हैं, तो रोज 3 घंटे नहीं, 5 घंटे दें। एक दिन एक सब्जेक्ट, अगले दिन एक मॉक टेस्ट, और हर रात एक रिवीजन। ये रूटीन बनाओ, बाकी बातें खुद से संभाल लेंगी।