DUSU अध्यक्ष – क्या है उनका काम और कैसे बनें?
अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस में हैं और छात्रों के लिये आवाज़ बनना चाहते हैं, तो DUSU (Delhi University Students' Union) का अध्यक्ष बनना एक बड़ा मौका है। यह पद सिर्फ एक टाइटल नहीं, बल्कि कई जिम्मेदारियों का पैकेज है। उम्मीदवार को अपनी टीम के साथ मिलकर विद्यार्थियों के मुद्दों को हल करना, कैंपस फैसलों में भाग लेना और यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ तालमेल बिठाना पड़ता है।
हर साल DUSU के चुनाव होते हैं, जहाँ विभिन्न छात्र समूह अलग‑अलग एग्जीक्यूटिव पोजीशन के लिए खड़े होते हैं। अध्यक्ष पद के लिये सबसे अधिक वोट पाने वाले को इस ग्रुप के लीडर माना जाता है। चुनाव का फॉर्मेट आम तौर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग या एग्जाम हॉल में बैलट के रूप में हो सकता है, और सभी रजिस्टर्ड छात्रों को वोट देने का अधिकार मिलता है।
DUSU अध्यक्ष की मुख्य जिम्मेदारियाँ
1. छात्रों की आवाज़ बनना – विश्वविद्यालय की नीतियों, शुल्क, इवेंट्स और सुरक्षा संबंधी मुद्दों में छात्र प्रतिनिधि के रूप में बात करना।
2. इवेंट प्लानिंग – साल भर विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करना, जैसे की वार्षिक फेस्ट, डिबेट्स और वॉलंटियर कैंपेन्स।
3. फंडिंग और बजट मैनेजमेंट – DUSU के लिए बजट तैयार करना, खर्चा ट्रैक करना और फंड रेज़रिंग एक्टिविटीज़ को संभालना।
4. संवाद और नेटवर्किंग – विश्वविद्यालय प्रशासन, प्रोफेसरों, NGOs और अन्य छात्र यूनियनों के साथ मिलकर काम करना।
5. समस्या समाधान – छात्र शिकायतों को स्वीकार करना, उन्हें उचित चैनल में पहुंचाना और त्वरित समाधान देना।
नवीनतम DUSU चुनाव परिणाम और भविष्य की दिशा
2024‑25 के DUSU चुनाव में लगभग 50,000 छात्रों ने वोट दिया। परिणाम में राजनीतिक छात्र समूह ‘हॅपी एग्जीक्यूटिव्स’ ने प्रमुख पद जीतें, और उनके उम्मीदवार अमित शर्मा को अध्यक्ष चुना गया। उनका मुख्य वादा था ‘सभी छात्रों के लिये सस्ती फ़ूड कॉर्टर्स और नई लाइब्रेरी सेवाएँ’।
भविष्य में DUSU की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होते जाने की संभावना है, क्योंकि डिजिटल शिक्षा, कैंपस सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दे अब छात्रों की टॉप प्रायोरिटी बन गए हैं। नए अध्यक्ष इन विषयों को लेकर नीतियों में बदलाव लाने की कोशिश करेंगे।
अगर आप अगली बार के चुनाव में हिस्सा लेना चाहते हैं, तो पहले यूनिवर्सिटी के रजिस्टर्ड वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक करें, सपोर्ट टीम बनाएं और अपने एग्जीक्यूटिव प्लान को सोशल मीडिया पर प्रमोट करें। छोटे‑छोटे अभियान, जैसे कि कैंपस में क्विक पोल या फ्लायर बाँटना, अक्सर बड़े इम्पैक्ट डालते हैं। याद रखें, सच्ची लीडरशिप सिर्फ वोट जीतने में नहीं, बल्कि जीतने के बाद लोगों को भरोसा दिलाने में है।
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DUSU अध्यक्ष के अधिकार और सुविधाएं: 2025 में आर्यन मान की जीत के बाद क्या बदलेगा
डीयू छात्रसंघ चुनाव 2025 में ABVP ने तीन पद जीते, अध्यक्ष बने आर्यन मान ने 28,841 वोट पाए, NSUI की जोज़लिन चौधरी 12,645 पर रहीं। उपाध्यक्ष पद NSUI के राहुल झांसला को मिला। अब सवाल है—DUSU अध्यक्ष कर क्या सकता है? आधिकारिक सूची सीमित है, पर व्यवहार में अध्यक्ष छात्र मुद्दों पर वार्ता, प्रतिनिधित्व और आयोजनों का नेतृत्व करता है, जबकि प्रशासनिक फैसले विश्वविद्यालय के पास ही रहते हैं।
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