नवरात्रि 2022: पूरी जानकारी, कार्यक्रम, पूजा और महत्त्व
नवरात्रि हर साल भारत में बड़े जोश के साथ मनाई जाती है। 2022 में यह त्यौहार कब‑कब है, कौन‑से दिन कौन‑सी देवी की पूजा होती है, और आपके शहर में क्या‑क्या कार्यक्रम चलेंगे, यह गाइड आपके लिये तैयार किया है। अगर आप पहली बार नवरात्रि मनाते हैं या जल्दी से सब कुछ जानना चाहते हैं, तो नीचे पढ़ते रहें।
नवरात्रि 2022 की तिथि और कैलेंडर
2022 में नवरात्रि 20 अक्टूबर (गुरुवार) से शुरू होकर 28 अक्टूबर (शुक्रवार) तक चलती है। पहला दिन शैलपुत्री (ज्वाला) की पूजा है, और नौवें दिन वैरदा (समाप्ति) के साथ उत्सव खत्म। अगर आपके लिए सही समय निकालना मुश्किल है, तो मोबाइल कैलेंडर में ‘नवरात्रि 2022’ एंटर कर एक रिमाइंडर सेट कर लें। इससे आप हर दिन का व्रत और पूजा समय नहीं भूलेंगे।
मुख्य रिवाज और पूजा विधि
नवरात्रि में सबसे महत्वपूर्ण रिवाज है नौ दिनों तक नौ प्रकार की माँ दुर्गा की उपासना। प्रत्येक दिन के लिए अलग‑अलग वस्तु‑विचित्र भोग, मंत्र और पूजा सामग्री रखी जाती है। पहला दिन शैलपुत्री को लाल चूड़ी, काली वस्त्र और बकली के साथ जलाया जाता है। दूसरे दिन ब्रह्मविश्वत्नी को सफेद वस्त्र, हरे फल और पत्तागिरी के साथ पूजा करें। इस तरह हर दिन के लिए अलग‑अलग रंग और आहार का पालन करना भाग्य बढ़ाता है।
व्रत रखने वाले लोग साधारण तौर पर सवेतु वर्जित सामग्री—जैसे पनीर, मीट, शराब—से बचते हैं और दोपहर के बाद हल्का फल या दूध के साथ व्रत तोड़ते हैं। अगर आप सुबह जल्दी उठना मुश्किल समझते हैं, तो रात को सोते समय ही थोड़ा पानी पीकर पेट भरें, इससे व्रत में आसानी रहेगी।
हर शाम को गरबा या डांडिया कार्यक्रम होते हैं। अगर आपके पास समय नहीं है, तो यूट्यूब या टीवी चैनल पर लाइव स्ट्रीम देख सकते हैं। कई बड़े मंदिर भी ऑनलाइन पूजा प्रसाद भेजने की सुविधा देते हैं, तो आप घर से ही भाग ले सकते हैं।
नवरात्रि में सबसे लोकप्रिय कथा ‘जगन्नाथ कथा’ है, जिसे सुनने से मन शान्त रहता है और असुरकुशलता दूर होती है। इस कथा को आप स्थानीय हल या ऑनलाइन सुन सकते हैं। कथा सुनते समय दीपक जलाकर बैठें, इससे वातावरण भी साफ़ रहता है।
नवमी और द्वादशी को विशेष महत्व दिया जाता है। नवमी पर अक्सर कलश स्थापित किया जाता है और द्वादशी पर गंधक का स्नान कर माना जाता है। इन दो दिनों में अपने घर में साफ‑सफाई पर ज्यादा ध्यान दें, फिर कोई भी पूजा बिना हिचकिचाहट के कर सकते हैं।
अगर आप स्थानीय मेले या मेला देखना चाहते हैं, तो अपने निकटतम सिटी हॉल या मंदिर में सूचना देखें। कई बार नवरात्रि के अंत में ‘विज़ा’ कार्यक्रम होते हैं, जहाँ शृंगार, संगीत और नाच का मज़ा मिलता है। यह कार्यक्रम परिवार के साथ बिताने के लिये बेहतरीन विकल्प है।
ध्यान रखें—नवरात्रि सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक दोस्ती और पारिवारिक जुड़ाव का भी समय है। अपने बड़ों को सम्मान दें, छोटे‑बच्चों को कथा सुनाएँ और सभी को साथ मिलकर पकवान बनाकर खाएँ। इससे त्यौहार की खुशी दोगुनी हो जाती है।
अंत में, अगर आप किसी खास रिवाज के बारे में जिज्ञासु हैं, तो हमारे साइट पर ‘नवरात्रि 2022 रिवाज’ टैग पर क्लिक करें। वहां आपको विस्तृत लेख, फोटो गैलरी और उपयोगी टिप्स मिलेंगे। तो देर किस बात की—आइए, इस नवरात्रि को दिल से मनाएँ और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ें।

शर्दिया नवरात्रि 2022: देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पहनें ये 9 रंग
शर्दिया नवरात्रि 2022 में दुर्गा के नौ रूपों को सम्मानित करने के लिए प्रत्येक दिन एक विशिष्ट रंग पहना जाता है। सफेद से शुरू होकर गुलाबी तक, हर रंग का अपना आध्यात्मिक अर्थ और ऊर्जा है। यह परम्परा भक्तों को शांति, शक्ति और समृद्धि की ओर ले जाती है। रंगों की ये परम्परा भारत के विभिन्न प्रदेशों में विविध रूप में मनाई जाती है।
और देखें