आग दुर्घटना – क्या हुआ, क्यों होता है और कैसे बचें
आग लगना कभी भी हो सकता है, चाहे वह घर में छोटा गैस लीक हो या बड़े कारखाने की अनजानी चिंगारी. जब धुआँ उठता है तो सबसे पहला काम है शांति बनाए रखना, क्योंकि घबरा कर सही कदम नहीं उठा पाएंगे. इस पेज पर हम आपको हाल की प्रमुख घटनाओं का सार, कारण और तुरंत क्या करना चाहिए, बताएंगे.
हाल की प्रमुख आग घटनाएं
पिछले महीने दिल्ली के एक किराना स्टोर में लगी आग ने कई लोगों को घायल कर दिया. रिपोर्ट्स कहती हैं कि खराब इलेक्ट्रिकल वायरिंग ही मुख्य कारण थी. इसी तरह मार्च 2025 में महाराष्ट्र के एक फैक्ट्री में तेज़ी से फेल हुई गैस सिलिंडर की वजह से बड़ी धुआँधार हो गई, जिससे इमारत का बड़ा हिस्सा नुकसान उठा.
इन घटनाओं ने दिखाया कि छोटी सी लापरवाही भी बड़ी आपदा बन सकती है. इसलिए हमें रोजमर्रा के छोटे-छोटे संकेतों पर ध्यान देना चाहिए – जैसे बर्निंग गंध, धुंधलापन या अचानक गर्मी का बढ़ना.
आग रोकथाम के आसान कदम
1. इलेक्ट्रिक फिटिंग की जाँच नियमित करें: साल में कम से कम दो बार सर्किट बोर्ड और वायरिंग चेक करवाएं. ढीले कनेक्शन या पील्ड इंसुलेशन को तुरंत बदलवाएँ.
2. गैस सिलिंडर सही जगह रखें: धूप, गर्मी वाले स्थानों से दूर, वेंटिलेटेड एरिया में ही स्टोर करें. रिफिल करवाते समय प्रमाणित एजेंट से ही कराएं.
3. फायर एक्सटिंग्विशर घर और ऑफिस दोनों में रखें. छोटे कोहले (ABC) टाइप के एक्सटिंगर रोज़मर्रा की छोटी आग बुझा सकते हैं.
4. किचन में खाना बनाते समय गैस स्टोव पर नज़र रखें. अगर आप बाहर हों तो तुरंत गैस बंद कर दें.
5. बच्चों को आग से दूर रखने के लिए स्पष्ट नियम बनाएं और उनका पालन करवाएँ. छोटे बच्चे अक्सर अनजाने में मैच या लाइटर उठा लेते हैं.
अगर कहीं भी धुआँ उठे, तो सबसे पहले दरवाज़ा-खिड़की खोलकर वेंटिलेशन बढ़ाएँ, फिर 101 (पुलिस) या स्थानीय फायर ब्रिगेड को फ़ोन करें. अपनी सुरक्षा के लिए नीचे झुक कर, पसीज में चलें और जितनी जल्दी हो सके बाहर निकलें.
आग की स्थिति में अपने जीवन को बचाने वाले ये बुनियादी कदम याद रखें. नियमित रख‑रखाव, सही उपकरण और तेज़ प्रतिक्रिया ही बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकती है. साई समाचार पर आप हमेशा ताज़ा खबरों के साथ इन टिप्स को रिफ्रेश कर सकते हैं.

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