राजस्थान बोर्ड 10वीं परिणाम 2024: परीक्षा के महत्वपूर्ण आंकड़े और प्रदर्शन
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSER) ने 29 मई 2024 को शाम 5:00 बजे 10वीं कक्षा के परिणाम घोषित किए हैं। इस बार के परिणामों में कुल पास प्रतिशत 93.03% रहा, जो पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है। पिछले साल का पास प्रतिशत 90.49% था। इस वृद्धि ने राज्य भर में छात्रों और शिक्षकों के बीच ख़ुशी और उल्लास का माहौल बना दिया है।
इस साल का रिजल्ट खासकर लड़कियों के लिए बहुत ही उत्साहजनक रहा, जहाँ 93.46% लड़कियों ने परीक्षा पास की। लड़कों का पास प्रतिशत 92.64% रहा। जम्वरी की दौसा जिले की गुड़िया मीना 95.17% अंक प्राप्त करके 10वीं क्लास में टॉप पर रहीं।
रिजल्ट देखने के लिए निर्देश
छात्र-छात्राएं अपना परिणाम आधिकारिक वेबसाइटों पर देख सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएं:
- सबसे पहले, राजस्थानी शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in या rajresults.nic.in पर जाएं।
- वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर 'RBSE 10वीं रिजल्ट 2024' के लिंक पर क्लिक करें।
- अगले पृष्ठ पर अपने परीक्षा के रोल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारियाँ भरें।
- 'सबमिट' बटन पर क्लिक करें।
- आपका परिणाम स्क्रीन पर दिख जाएगा।
- परिणाम का प्रिंट आउट लेकर भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।
रिजल्ट में असंतुष्टि होने पर क्या करें?
जिन छात्रों को अपने परिणाम से असंतोष है, वे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने स्कूल के माध्यम से आवेदन करना होगा। पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया का विवरण और आवेदन की अंतिम तिथि बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
इसके अलावा, छात्र DigiLocker और SMS के माध्यम से भी अपने परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। डिजीलॉकर के माध्यम से अपने अंक प्राप्त करने के लिए, छात्रों को अपनी आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।
अभिभावकों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
इस बार के परिणामों पर अभिभावकों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया भी बहुत उत्साहजनक रही है। कई शिक्षकों ने बताया कि इस वर्ष के नतीजे छात्रों की मेहनत और शिक्षकों के निरंतर मार्गदर्शन का परिणाम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को कई नई तकनीकों और ऑनलाइन संसाधनों का भी फायदा मिला है, जिससे उनकी तैयारी में मदद मिली।
अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों ने लॉकडाउन और अन्य चुनौतियों का सामना करते हुए इस बेहतरीन प्रदर्शन को संभव बनाया है। कई छात्रों ने भी अपनी खुशी और प्रक्रिया के अभूतपूर्व प्रबंधन की सराहना की है।
आगे की योजना
परिणाम घोषित होने के बाद, छात्रों के सामने अब अगला कदम उच्चतर माध्यमिक शिक्षा या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लेना होगा। बोर्ड ने इस संबंध में कई मार्गदर्शन सत्रों का आयोजन किया है, जहाँ छात्रों को भविष्य की योजनाओं पर जानकारी दी जाएगी।
छात्रों के पास अब विभिन्न करियर विकल्पों की जानकारी होनी चाहिए और उन्हें अपने रुचि और क्षमताओं के अनुसार सही विकल्प चुनना चाहिए। बोर्ड और अन्य शैक्षणिक संस्थाएं भी इस दिशा में छात्रों का मार्गदर्शन कर रही हैं।
समग्र रूप से देखा जाए तो इस बार का परिणाम न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। इससे भविष्य में छात्रों के लिए और अधिक उन्नति और विकास की उम्मीद मजबूत हुई है।
उपसंहार
राजस्थान बोर्ड 10वीं के परिणाम 2024 में छात्रों ने अपनी मेहनत और समर्पण का प्रमाण दिया है। इस दौरान मिले कठिनाइयों के बावजूद, छात्रों ने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि सच्ची मेहनत का फल मीठा होता है। अब आगे की यात्रा में, छात्रों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा और अपनी मेहनत जारी रखनी होगी। हम सभी छात्रों की उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
6 टिप्पणि
Deepak Singh
मई 31, 2024 at 09:16 पूर्वाह्न
यहाँ तक कि जम्वरी के दौसा जिले की गुड़िया मीना ने 95.17% अंक प्राप्त किए हैं, जो कि असाधारण है। इस तरह के प्रदर्शन के लिए, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों के बीच सहयोग की आवश्यकता होती है। यह एक व्यवस्थित प्रक्रिया का परिणाम है, जिसमें कोई यादृच्छिकता नहीं है।
Rajesh Sahu
जून 1, 2024 at 14:24 अपराह्न
राजस्थान का ये रिजल्ट देखकर लगता है कि हमारी भारतीय शिक्षा प्रणाली अब दुनिया की बेहतरीन हो रही है! अब तक जिन देशों ने इतना अच्छा रिजल्ट नहीं दिया, वो अब हमें देखकर अपनी नीतियाँ बदलेंगे। ये तो हमारी संस्कृति का जश्न है!
Chandu p
जून 3, 2024 at 07:30 पूर्वाह्न
बहुत बढ़िया! 😊 इस रिजल्ट के पीछे छात्रों की मेहनत, शिक्षकों का समर्पण और परिवारों का समर्थन है। अब जो भी बच्चे असंतुष्ट हैं, उन्हें पुनर्मूल्यांकन के लिए तुरंत आवेदन करना चाहिए। और हाँ, DigiLocker का इस्तेमाल करें-ये सुरक्षित और आसान है।
Gopal Mishra
जून 3, 2024 at 11:56 पूर्वाह्न
इस रिजल्ट को बस एक आंकड़े के रूप में नहीं देखना चाहिए। यह एक ऐसी घटना है जिसने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है। लड़कियों का प्रदर्शन विशेष रूप से प्रेरणादायक है-यह दर्शाता है कि जब लोगों को समान अवसर मिलते हैं, तो वे अपनी पूरी क्षमता से उभर आते हैं। अब यह आगे के शिक्षण विकास के लिए एक आधार बनेगा।
Swami Saishiva
जून 4, 2024 at 14:17 अपराह्न
93%? बस इतना? अभी तक कोई नहीं बता रहा कि 7% बच्चे क्यों फेल हुए। शायद उनके पास कोई गाइड नहीं था, या फिर वो बस आलसी थे। बोर्ड को अब ये देखना चाहिए कि ये 7% कहाँ गायब हुए।
Ritu Patel
मई 31, 2024 at 04:31 पूर्वाह्न
ये रिजल्ट तो बस एक नंबर नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान की मेहनत का परिणाम है। लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों से ज्यादा है? ये तो बस इतिहास बन गया! अब तो लड़कियाँ ही शिक्षा की नई दिशा बन रही हैं।