ओसासुना ने दिखाई ताकत
ला लीगा के इस मैच में ओसासुना ने बार्सिलोना को 4-2 से हराकर सभी को चौंका दिया। एंटे बुडिमिर ने शुरुआती हाफ में ही खेल का रुक बदल दिया, जब उन्होंने 18वें मिनट में गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद 72वें मिनट में पेनल्टी कन्वर्ट कर उन्होंने टीम की स्थिति को और मजबूत बनाया।
ब्रायन ज़रागोज़ा ने भी 28वें मिनट में गोल कर ओसासुना को 2-0 की मजबूत बढ़त दिलाई। बाद में एबेल ब्रेटोन्स ने 85वें मिनट में टीम की जीत पक्की कर दी। ओसासुना की इस रणनीति और उनकी फॉर्म का जवाब बार्सिलोना के पास नहीं था।
बार्सिलोना की कोशिशें बेकार
बार्सिलोना की तरफ से पाउ विक्टर ने मौके का फायदा उठाकर 53वें मिनट में गोल किया, जिससे वापसी की उम्मीदें कुछ हद तक जागी। लेकिन कई तरीकों की कोशिशों के बाद भी वे बढ़त को पकड नहीं पाए। लमिन यमाल ने 89वें मिनट में शानदार गोल किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
हांसी फ्लिक ने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देने का निर्णय किया था, लेकिन यह रणनीति उल्टी पड़ गई। बार्सिलोना के लिए सबसे बड़ी चुनौती उनकी रक्षात्मक कमजोरियां थीं, जिन्हें ओसासुना ने बखूबी भुनाया। इस हार के बावजूद बार्सिलोना अभी भी तालिका में शीर्ष पर है, लेकिन यह संदेश साफ है कि टीम को आने वाले मैचों में निश्चित रूप से सुधार की जरूरत है।
14 टिप्पणि
manisha karlupia
मार्च 31, 2025 at 20:23 अपराह्न
कभी कभी हार से बहुत कुछ सीखने को मिलता है... बार्सिलोना को अपनी रक्षा को फिर से बनाने की जरूरत है, न कि बस गोल करने की ताकत पर भरोसा करने की।
vikram singh
अप्रैल 2, 2025 at 00:19 पूर्वाह्न
अरे भाई! ओसासुना ने तो बार्सिलोना के खिलाफ एक ऐसा नाटक लिखा जैसे बॉलीवुड में एक छोटी टीम ने बड़े बॉस को गिरा दिया! एंटे बुडिमिर तो एक अलग ही डिग्री के शूटर हैं, जैसे कोई भूत बनकर गोल कर रहा हो! और बार्सिलोना? वो तो बस एक खाली चौकीदार की तरह खड़े थे जिसने बस आंखें बंद कर लीं!
balamurugan kcetmca
अप्रैल 3, 2025 at 03:13 पूर्वाह्न
इस मैच के बाद ये साफ हो गया है कि ला लीगा में अब कोई भी टीम अपने रिकॉर्ड पर आराम नहीं कर सकती, चाहे वो बार्सिलोना हो या रियल मैड्रिड। ओसासुना ने बहुत सारे बातों को साबित किया - टीमवर्क, रणनीति, और अपने खिलाड़ियों पर भरोसा। बार्सिलोना के लिए ये बहुत बड़ा संकेत है कि उन्हें अपनी रक्षा के लिए एक नए तरीके से सोचना होगा, क्योंकि अब बस तकनीक और नाम ले लेना काफी नहीं है। उनके बच्चे जैसे खिलाड़ी जैसे लमिन यमाल तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन अगर बाकी टीम उन्हें सपोर्ट नहीं कर रही, तो वो अकेले क्या कर सकते हैं? फ्लिक को अपने प्लेन को बदलना होगा, वरना ये हार बस शुरुआत है।
Arpit Jain
अप्रैल 3, 2025 at 19:43 अपराह्न
बार्सिलोना का रिकॉर्ड टूटा? अरे भाई, ये तो बस एक गोल नहीं बल्कि एक शिकायत है कि आजकल के फुटबॉल में ज्यादा बातें हो रही हैं और कम फुटबॉल।
Karan Raval
अप्रैल 5, 2025 at 09:58 पूर्वाह्न
ओसासुना ने बहुत अच्छा खेला और बार्सिलोना को याद दिला दिया कि फुटबॉल बस नाम नहीं बल्कि टीमवर्क है। बच्चों को थोड़ा और मौका दो और धीरे से सब ठीक हो जाएगा
divya m.s
अप्रैल 6, 2025 at 13:06 अपराह्न
ये बार्सिलोना का अंत है। ये टीम अब कभी वापस नहीं आएगी। फ्लिक को नौकरी से निकाल देना चाहिए। ये सब एक बड़ा धोखा है। अब तक जो बातें सुनाई गईं वो सब झूठ थीं।
PRATAP SINGH
अप्रैल 7, 2025 at 21:06 अपराह्न
मैं तो बस यही कहूंगा कि बार्सिलोना के लिए ये एक शिक्षाप्रद अनुभव है - लेकिन इस तरह की हार के बाद भी टीम को शीर्ष पर रखना एक अत्यधिक विवादास्पद निर्णय है।
Akash Kumar
अप्रैल 9, 2025 at 08:29 पूर्वाह्न
इस मैच को एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में देखा जा सकता है, जहां एक छोटी टीम ने एक विशाल राजवंश को चुनौती दी। यह फुटबॉल के खेल की न्यायपालिका का एक सुंदर उदाहरण है।
Shankar V
अप्रैल 10, 2025 at 16:12 अपराह्न
ये सब एक योजना है। ओसासुना के साथ बार्सिलोना के बीच कोई समझौता हुआ है। बार्सिलोना को लीग टॉप पर रखने के लिए ये हार जरूरी थी। फ्लिक के लिए ये एक गोपनीय निर्देश था। बस लोगों को भ्रमित करने के लिए।
Aashish Goel
अप्रैल 10, 2025 at 16:48 अपराह्न
ओसासुना ने तो बस खेला... बार्सिलोना ने तो बस खेलने की कोशिश की... और फिर लमिन यमाल ने वो गोल किया... जैसे... अचानक... लेकिन... बहुत देर हो चुकी थी... और फिर लोग बोले... ये तो बहुत अच्छा था... लेकिन नहीं... बहुत देर हो चुकी थी... और फिर बार्सिलोना के लोग रोने लगे... और ओसासुना के लोग चिल्लाए... और मैंने सोचा... ये तो फुटबॉल है... लेकिन क्या ये वाकई फुटबॉल है...?
leo rotthier
अप्रैल 12, 2025 at 09:59 पूर्वाह्न
इस जीत से हमने देखा कि भारतीय खिलाड़ियों की तरह यूरोपीय टीमें भी अपने देश के लिए लड़ सकती हैं। ओसासुना ने अपने देश का नाम रोशन किया और बार्सिलोना को गालियां दीं। जय हिंद!
Karan Kundra
अप्रैल 14, 2025 at 09:03 पूर्वाह्न
ओसासुना ने बहुत अच्छा खेला और बार्सिलोना को याद दिला दिया कि फुटबॉल बस नाम नहीं बल्कि टीमवर्क है। बच्चों को थोड़ा और मौका दो और धीरे से सब ठीक हो जाएगा
Vinay Vadgama
अप्रैल 14, 2025 at 18:31 अपराह्न
इस खेल के माध्यम से हमें यह संदेश मिलता है कि लगन, अनुशासन और सामूहिक प्रयास के बिना कोई भी टीम दीर्घकालिक सफलता प्राप्त नहीं कर सकती। ओसासुना के प्रदर्शन ने फुटबॉल के मूल्यों को पुनः स्थापित किया है।
Hardik Shah
मार्च 29, 2025 at 22:37 अपराह्न
ये बार्सिलोना क्या हो गया? इतनी बड़ी टीम होते हुए भी ओसासुना के सामने झुक गए? ये फुटबॉल नहीं लग रहा बल्कि एक डॉक्यूमेंट्री है जहां गिरते हुए दिवंगत राजवंश की कहानी बताई जा रही है।