सीनैट्रेट ओपन फाइनल की कहानी
पश्चिमी यूरोप के सबसे बड़े हार्ड कोर्ट टूर्नामेंटों में से एक, सिनैट्रेट ओपन, इस साल एक असामान्य फाइनल के बिना समाप्त हुआ। स्पेन के 22 साल के युवा सितारे कार्लोस अलकाराज़ ने केवल 22 मिनट के भीतर अपना पहला खिताब अपने नाम किया, जब विश्व नंबर एक जैनिक सिन्नर ने खेल के शुरुआती पाँच गेम्स में ही बीमारी के कारण कोच के पास रिटायर किया। सिन्नर ने फाइनल में प्रवेश करने से पहले ही 12-मैच की जीत श्रृंखला और हार्ड कोर्ट पर 26 लगातार जीत का रिकॉर्ड बना रखा था, जिससे उनका निराशाजनक जलन और भी स्पष्ट हो गया।
मैच शुरू होते ही सिन्नर का शरीर असहज दिखा। लिंडनर फैमिली टेनिस सेंटर की गर्मी, तेज हवा और बरसाती माहौल ने उनके स्वास्थ्य पर असर डाला। शुरुआती गेम में सिन्नर ने शून्य स्कोर के साथ हार जानी थी, जबकि अलकाराज़ ने अपना हिटिंग रिदम जल्दी पकड़ लिया। सिन्नर का चेहरा ठंडा, आँखें चकाचौंध से भरी और हाथ में बर्फ की थैली थी – यह संकेत था कि वह पहले से ही परेशान था।
फाइनल शुरू होने के बाद सिर्फ 10 मिनट में, सिन्नर को हल्के सिर दर्द से लेकर सांस लेने में कठिनाई तक की शिकायतें सुनने को मिलीं। उसी दौरान अलकाराज़ ने कहा, "मैंने पहले ही देखा कि उसके शारीरिक संकेत सामान्य नहीं हैं, उसकी हरकतें अचानक तेज़ हो गईं और शॉट्स में घर्षण अधिक दिख रहा था।" सिन्नर ने एक बीच में बर्फ का पैक लगा कर राहत पाने की कोशिश की, पर फिर भी वह आगे नहीं बढ़ पाए। आखिरकार, पाँचवें गेम तक 5-0 की खामोशी में सिन्नर ने टेनिस कोर्ट छोड़ दिया।
अलकाराज़ के लिए नई शुरुआत
अलकाराज़ के लिए यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक गहरी व्यक्तिगत राहत थी। 2023 में, वही खिलाड़ी न्यूज़िडी कॉरिडोर पर डकोविच के हाथों हार के बाद अंतिम बिंदु को चूक गया था, वह भी 3 घंटे 49 मिनट के रिकॉर्ड‑भारी फाइनल में। पिछले साल की हार के बाद अलकाराज़ ने कई बार कोर्ट में अपने रैकेट को फेंकते हुए खुद को नियंत्रण से बाहर देखा था, विशेषकर गाइल मोन्फिल्स के खिलाफ 2024 की शुरुआती राउंड में। फिर भी, इस युवा स्टार ने अपने मानसिक जख्मों को फिर से जोड़ते हुए इस फाइनल को जल्दी से जीत कर अपने आप को साबित किया।
यह जीत अलकाराज़ को ATP मास्टर्स 1000 की सूची में आठवां शीर्षक, और कुल 22वें ATP टूर टाइटल तक ले गई। यह रिकॉर्ड 2008 में एंडी मरे के बाद सबसे युवा खिलाड़ी को सिनैट्रेट ओपन जीतते देखना था। साथ ही, वह ही तिसरा स्पेनिश खिलाड़ी बन गया, जो इस हार्ड कोर्ट इवेंट में फ़ाइनल तक पहुँचा – पहले कार्लोस मोया (2002) और राफेल नडाल (2013) थे।
सिनैट्रेट ओपन का योगदान यूएस ओपन की तैयारी में भी महत्वपूर्ण माना जाता है। पिछले दो सालों में, पुरुष और महिला दोनों विजेताओं ने सीधा यूएस ओपन जीतकर अपना दम दिखाया है। इसलिए, इस वर्ष के जीतने वाले अलकाराज़ के लिए एक बड़ा लाभ है – वह अब आत्मविश्वास के साथ अमेरिका के सबसे बड़े स्लैम में प्रवेश कर सकता है।
सिन्नर ने ट्रॉफी प्रस्तुति के दौरान दर्शकों को माफी माँगी। उन्होंने बताया कि पिछले दिन से ही उन्हें ठीक नहीं लग रहा था, और रात में थोड़ी राहत की आशा में उन्होंने आगे बढ़े, पर स्थिति बिगड़ गई। दर्शकों की समझदारी और प्रशंसा ने फाइनल के अप्रत्याशित अंत को थोड़ा कम कड़वा बना दिया।
अभी तक इस फाइनल ने टेनिस जगत में दो युवा सितारों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा को और भी तीखा कर दिया है। अलकाराज़ के सिर पर अब 9-5 का हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड है, जिससे उनका ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता और भी रोचक हो गई है। इस साल पहले चार फाइनल में वे मिल चुके थे – विंबलडन में सिन्नर ने जीत हासिल की, फिर फ्रांस ओपन और रोम में अलकाराज़ ने अपना दबदबा दिखाया। अब यह मुकाबला फिर से एक नई सीज़न में उतरा है, जहाँ दोनों आजीवन रैंकिंग, मेजर टाइटल और फैंस के दिल जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
12 टिप्पणि
leo rotthier
सितंबर 28, 2025 at 10:32 पूर्वाह्न
हमारे देश के लिए ये जीत बहुत बड़ी है भाई ये स्पेनी लड़का ने जिस तरह से जीता वो तो बस भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक नया मानक बन गया अब तो हमें भी ऐसे खिलाड़ी बनाने होंगे नहीं तो दुनिया का दबदबा किसके हाथ में रहेगा
Karan Kundra
सितंबर 30, 2025 at 07:10 पूर्वाह्न
अलकाराज़ का ये जीत सिर्फ टूर्नामेंट नहीं एक आत्मविश्वास का बचाव था। उसके पिछले फाइनल के डर को उसने एक बार में खत्म कर दिया। बहुत अच्छा किया।
Pushkar Goswamy
अक्तूबर 1, 2025 at 20:15 अपराह्न
सिन्नर के रिटायर होने के बाद भी दर्शकों ने तालियाँ बजाईं... ये टेनिस नहीं ये नाटक है। क्या ये सब रिहर्सल था? क्या ये सब टीवी शो का एपिसोड है? कोई जवाब दो।
Vinay Vadgama
अक्तूबर 2, 2025 at 17:45 अपराह्न
यह जीत अलकाराज़ के लिए एक नया अध्याय है। उसने अपने मानसिक बोझ को छोड़ दिया है। इस तरह के खिलाड़ियों को देखकर हमें उम्मीद होती है कि भविष्य में भी ऐसे युवा खिलाड़ी निकलेंगे।
krishna poudel
अक्तूबर 3, 2025 at 16:58 अपराह्न
सिन्नर को बीमारी का बहाना बनाकर रिटायर करने का फैसला क्यों किया? वो तो लगता है जैसे उसके टीम ने उसे बोल दिया हो कि अब यूएस ओपन पर फोकस करो। ये सब बिजनेस है भाई।
Akash Kumar
अक्तूबर 5, 2025 at 06:56 पूर्वाह्न
इस फाइनल के बाद टेनिस जगत में एक नया युग शुरू हो रहा है। अलकाराज़ की तेज़ी, सिन्नर की ताकत, और उनके बीच का रिकॉर्ड देखकर लगता है कि अगले तीन साल किसके हाथ में होंगे।
Abhinav Dang
अक्तूबर 5, 2025 at 20:45 अपराह्न
अलकाराज़ का ये जीत ATP मास्टर्स 1000 के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर है। उसके शॉट्स में अब वही आत्मविश्वास है जो नडाल के ज़माने में था। ये लड़का बहुत बड़ा बन सकता है।
Anila Kathi
अक्तूबर 7, 2025 at 06:00 पूर्वाह्न
सिन्नर को बीमारी का बहाना बनाकर रिटायर करने का फैसला क्यों किया? वो तो लगता है जैसे उसके टीम ने उसे बोल दिया हो कि अब यूएस ओपन पर फोकस करो। ये सब बिजनेस है भाई 😒
Andalib Ansari
अक्तूबर 8, 2025 at 05:51 पूर्वाह्न
इस फाइनल में जो भी हुआ, वो टेनिस का नहीं, मानवता का एक अध्याय था। एक खिलाड़ी जो शरीर के संकेतों को नज़रअंदाज़ कर रहा था, और एक जो अपने दिल की आवाज़ सुन रहा था। जीत या हार, ये दोनों ने एक नए नैतिक मानक को बनाया।
Shankar V
अक्तूबर 9, 2025 at 11:15 पूर्वाह्न
सिन्नर के रिटायर होने के बाद सभी ने अलकाराज़ को जीत का श्रेय दिया, पर क्या किसी ने सोचा कि ये मैच किसी दवा के नियंत्रण से बाहर था? क्या टेनिस फेडरेशन ने इसे जाँचा? क्या सिन्नर को डोपिंग टेस्ट किया गया? ये सब छिपाया जा रहा है।
vasanth kumar
अक्तूबर 10, 2025 at 19:52 अपराह्न
अलकाराज़ का ये जीत देखकर लगा जैसे एक बच्चा जिसने पहली बार गेंद उछाली थी, अब वो गेंद को आकाश में भेज रहा है। बस इतना ही नहीं, वो गेंद को जहाँ चाहता है भेज रहा है। ये तो बस शुरुआत है।
Aashish Goel
सितंबर 27, 2025 at 20:42 अपराह्न
ये मैच तो बस एक लहर थी... सिन्नर का शरीर टूट रहा था, अलकाराज़ ने तो बस बैठकर देख लिया। जैसे बारिश में बिजली गिरे और तुरंत बिजली चली गई।