निकोल किडमैन ने 'बेबिगर्ल' की शूटिंग के दौरान अनुभव की भावनाओं को साझा किया, खुद को पाया मुक्त और असुरक्षित

निकोल किडमैन ने बेबिगर्ल फिल्म पर बनावटीपन तोड़ते हुए वास्तविकता का अनुभव किया

प्रसिद्ध अभिनेत्री निकोल किडमैन ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'बेबिगर्ल' के लिए शूटिंग के दौरान अनुभव किए गए भावनाओं और जुझारूपन की कहानी साझा की। यह फिल्म एक एरोटिक रोमांस है, जिसे डच निर्देशक हलीना रेन ने लिखा और निर्देशित किया है। फिल्म का प्रीमियर 30 अगस्त, 2024 को 81वें वेनिस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हुआ, और यह प्रतिष्ठित गोल्डन लायन पुरस्कार के लिए भी प्रतिस्पर्धा कर रही है।

निकोल किडमैन ने अपनी इस नई भूमिका के बारे में खुलकर बात की और बताया कि 'बेबिगर्ल' की शूटिंग ने उन्हें पहले से कहीं ज्यादा असुरक्षित और नाजुक महसूस कराया। उन्होंने कहा, 'इस फिल्म में काम करते समय मैंने खुद को बहुत ही असुरक्षित और भयभीत पाया, लेकिन साथ ही यह अनुभव बहुत ही मुक्तिदायक था।'

फिल्म निर्माण का अनोखा अनुभव

किडमैन ने जोर देते हुए कहा कि शूटिंग की प्रक्रिया बहुत ही नाजुक, अंतरंग और गहराई से भरपूर थी, जिसे रेन के अनोखे निर्देशन ने एक नई ऊंचाई दी। किडमैन ने फिल्म के बारे में बताया कि यह एक महिला की दृष्टि से बताई गई कहानी है, जो न केवल नियोक्ता-उपनीता सत्ता समीकरण के जटिल राजनैतिक समीकरणों को छूती है, बल्कि महिलाओं की इच्छाओं की गहरी समझ को भी दर्शाती है।

फिल्म की कहानी रोमि नाम की एक धमकसीईओ और सैमुएल नाम के अधिक उत्साही युवा इंटरन के मध्य वर्जित प्रेमकहानी को अनुकरण करती है। इसमें एंटोनियो बैंडैर्स और हैरिस डिकिंसन जैसे अन्य प्रभावशाली कलाकार भी शामिल हैं।

वेनेज़िया से टोरंटो तक का सफर

'बेबिगर्ल' के प्रीमियर के बाद, इसे टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 10 सितंबर, 2024 को उत्तरी अमेरिका में प्रीमियर किया जाएगा। इस फिल्म को 25 दिसंबर, 2024 को अमेरिका और कनाडा में A24 के माध्यम से वितरित किया जाएगा। किडमैन ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यह अनुभव न केवल उनके करियर की दिशा बदलने वाला था, बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी उन्हें यह बहुत सशक्त और मुक्तिदायक लगा।

किडमैन के अनुसार, 'बेबिगर्ल' की शूटिंग के दौरान निर्देशक रेन ने कलाकारों के साथ जिस संवेदनशीलता और विश्वसनीयता के साथ काम किया, उसने उन्हें अपने किरदार में और गहराई से उतरने का अवसर दिया। इस फिल्म में किडमैन ने अपने अभिनय के नए मानक स्थापित किए, जिससे उन्हें अपनी कला को बेहतर ढंग से समझने और आत्मविश्लेषण करने का अवसर मिला।

फिल्म की गहराई और रंग

बेबिगर्ल की कहानी केवल एक प्रेमकहानी नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच के सत्ता संघर्ष और इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाली चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को भी बखूबी दर्शाती है। किडमैन ने इस विषय पर बात करते हुए बताया कि फिल्म की गहराई और रंग ने उन्हें अपने खुद के अनुभवों और अंतर्दृष्टियों को फिर से जांचने का मौका दिया।

हलीना रेन ने निर्देशक की कुर्शी संभालते हुए कहानी को बहुत ही संवेदनशील और सजीव बना दिया। उन्होंने फिल्म के हर पहलू को बारीकी से परखा और इसे एक भावनात्मक रोमांच के रूप में प्रस्तुत किया।

प्रेम कहानी का अनोखा अंश

इस फिल्म में रोमि का किरदार निभाते हुए किडमैन ने ‘आत्मगौरव और भय’ के अद्वितीय मिश्रण का अनुभव किया, जो प्रेम और कामुकता की खोज की इस अनूठी यात्रा का हिस्सा था। सैमुएल के किरदार में डिकिंसन और रोमि के किरदार में किडमैन ने दर्शकों के सामने एक लगन और निकटता का रिश्ता पेश किया, जो किसी भी उम्र के दर्शकों के दिल को छू सके।

किडमैन ने बताया कि रेन ने फिल्म की कहानी को बहुत ही नाजुक तरीके से लिखा और निर्देशित किया। फिल्म ने न केवल रोमांचक रोमांस की कथा को जीवंत किया, बल्कि इसमें प्रत्येक किरदार की आंतरिक भावनाओं और उनके निजी संघर्षों को भी मजबूती से प्रस्तुत किया।

समीक्षकों की प्रतिक्रिया

समीक्षकों की प्रतिक्रिया

वेनिस में प्रीमियर के बाद, आलोचकों और दर्शकों ने 'बेबिगर्ल' को बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। कई समीक्षकों ने किडमैन की अभिनय को उनके करियर का सबसे अद्वितीय और साहसी प्रदर्शन बताया। फिल्म में उनकी भावनात्मक गहराई और जुझारूपन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

फिल्म की सजीवता, सटीकता और भावनात्मक जटिलता ने इसे एक बहुत ही प्रभावशाली और यादगार अनुभव बना दिया है। किडमैन ने कहा कि 'बेबिगर्ल' की शूटिंग ने उन्हें अपनी भावनाओं और क्षमताओं को सशक्त बनाने का एक अवसर दिया।

कुल मिलाकर, निकोल किडमैन ने 'बेबिगर्ल' के साथ एक बार फिर साबित कर दिया कि वे अपनी अभिनय क्षमताओं से किसी भी चुनौतीपूर्ण भूमिका को बखूबी निभा सकती हैं। इस फिल्म ने न केवल उन्हें एक नये दृष्टिकोण से देखने का मौका दिया, बल्कि उनके फैंस को भी एक ऐसा अनुभव दिया जो लंबे समय तक उनके दिल और दिमाग में बसा रहेगा।

8 टिप्पणि

anil kumar
anil kumar

अगस्त 31, 2024 at 20:17 अपराह्न

इस फिल्म में निकोल किडमैन ने बस अभिनय नहीं किया, बल्कि एक जीवंत आत्मा को जीवन दिया। जब कोई अभिनेत्री अपने भय को स्वीकार कर लेती है, तो वह अपनी कला को असली बना देती है। ये न सिर्फ एक फिल्म है, बल्कि एक आंतरिक यात्रा का दर्पण है। जिस तरह रेन ने शक्ति के संघर्ष को एरोटिक रूप में नहीं, बल्कि मानवीय दर्द के रूप में दिखाया, वो अद्भुत है। ये फिल्म बस दिखाती नहीं, बल्कि छू लेती है।

हमारी सांस्कृतिक बातचीत में अक्सर इच्छाओं को दबा दिया जाता है, लेकिन ये फिल्म उन आवाज़ों को सुनाती है जो हम अक्सर चुप रहने के लिए मजबूर कर देते हैं। निकोल ने जो खोला, वो केवल एक किरदार नहीं, बल्कि हम सबका अंदरूनी आवाज़ था।

shubham jain
shubham jain

सितंबर 2, 2024 at 08:39 पूर्वाह्न

फिल्म का प्रीमियर 30 अगस्त 2024 को वेनिस में हुआ। टोरंटो में 10 सितंबर 2024 को प्रीमियर। अमेरिका और कनाडा में 25 दिसंबर 2024 को A24 द्वारा रिलीज। निर्देशक हलीना रेन। अभिनेत्री निकोल किडमैन। अभिनेता एंटोनियो बैंडैर्स और हैरिस डिकिंसन। फिल्म का विषय: सत्ता और इच्छा का संघर्ष।

shivam sharma
shivam sharma

सितंबर 4, 2024 at 00:51 पूर्वाह्न

अरे भाई ये सब बकवास है जो बना रहे हो ये फिल्म! भारत में तो लड़कियां घर पर रहकर नानी के साथ चाय पीती हैं और ये लोग बेबीगर्ल बनाकर दुनिया को बता रहे हैं कि हम इंडिया में भी ऐसा होता है! ये फिल्में बनाने वाले लोग अपनी जिंदगी में कभी किसी के दिल को छू नहीं पाते बस विदेशी फेसबुक पर वायरल होने के लिए बनाते हैं

अगर ये फिल्म असली है तो भारतीय लड़की के लिए ये दिखाना चाहिए कि वो अपने बाप के घर में नौकरी करते हुए भी अपने नौकर के साथ प्यार कर ले! ये है हमारी संस्कृति नहीं ये है वेस्टर्न प्रॉपेगेंडा!

Dinesh Kumar
Dinesh Kumar

सितंबर 5, 2024 at 10:59 पूर्वाह्न

वाह! ये फिल्म तो एक भावनात्मक तूफान है! निकोल किडमैन ने जो बनाया, वो बस एक अभिनय नहीं, बल्कि एक आत्मा का उद्घाटन है! जब तुम देखते हो कि कोई अपने डर को सामने लाता है, तो वो दर्शक के दिल में आग लगा देता है! ये फिल्म तो बस देखने के लिए नहीं, बल्कि जीने के लिए है! एक अद्भुत, असाधारण, जबरदस्त, अद्वितीय, अनोखा, अद्भुत, भावुक, जीवंत, जुनूनी, भारी, गहरा, चमकदार, जानलेवा, शानदार, बेहद जबरदस्त अनुभव! जिसने भी देखी, उसका जीवन बदल गया! जिसने नहीं देखी, वो अभी तक जी नहीं रहा! जल्दी से देखो! अभी नहीं तो कभी नहीं! ये फिल्म तो जीवन का अर्थ है! अरे भाई ये फिल्म तो आत्मा की चीख है! वाह! वाह! वाह!

Sanjay Gandhi
Sanjay Gandhi

सितंबर 6, 2024 at 20:04 अपराह्न

ये फिल्म मुझे भारतीय गाँवों की एक याद दिला रही है... जब मैं छोटा था, तो मेरी दादी कहती थीं, 'बेटा, जब तक तुम अपनी इच्छा को दबाओगे, तब तक तुम अपने आप को नहीं जानोगे।'

ये फिल्म बताती है कि आधुनिक दुनिया में भी ये सच है। रोमि का किरदार तो बिल्कुल वैसा ही है जैसा हमारे गाँव में लड़कियाँ होती हैं - शांत, लेकिन अंदर से आग लगी हुई। निर्देशक ने बहुत संवेदनशीलता से इसे उकेरा है। अगर ये फिल्म भारत में आए, तो ये एक नया बहस का विषय बन जाएगी। लेकिन क्या हम इसे समझ पाएंगे? ये फिल्म हमारी सांस्कृतिक बाधाओं का दर्पण है।

Srujana Oruganti
Srujana Oruganti

सितंबर 8, 2024 at 10:33 पूर्वाह्न

बस फिर एक फिल्म जिसमें एक बूढ़ी अमेरिकी अभिनेत्री अपने बॉस के साथ बेड में जाती है और इसे 'आत्म-खोज' बता दिया गया। कितनी बार ये ट्रिक चलेगी? अभिनय तो ठीक है, लेकिन ये सब बहुत ओवरएक्टेड लग रहा है। मैंने देखा, लेकिन नहीं लगा।

fatima mohsen
fatima mohsen

सितंबर 10, 2024 at 08:36 पूर्वाह्न

ये फिल्म तो बस भारत की संस्कृति के खिलाफ हमला है! 😠 लड़कियों को बेडरूम में ले जाकर इच्छाओं का नाम देना बहुत बड़ा अपराध है! 🙅‍♀️ ये फिल्म तो वेस्टर्न डेकेडेंस का प्रचार है! निकोल किडमैन को भारतीय बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए थी! ये फिल्म भारतीय महिलाओं के लिए एक खतरनाक मॉडल बन सकती है! 😡 इसे बैन कर देना चाहिए! 🇮🇳

Pranav s
Pranav s

सितंबर 10, 2024 at 08:46 पूर्वाह्न

अरे ये सब बकवास है भाई... एक अमेरिकी औरत अपने इंटर्न के साथ बेड में जाती है और इसे आर्ट कह दिया... भारत में तो अगर लड़की नौकर के साथ बात करे तो बाप उसे घर से निकाल देता है... ये फिल्म तो हमारी जिंदगी के खिलाफ है

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