हारमनप्रीत के नेतृत्व में भारत महिला क्रिकेट ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली टी20 श्रृंखला जीती

सीरीज का सारांश

31 जून से 7 जुलाई 2025 तक इंग्लैंड में खेले गए पाँच टी20 मैचों में भारत महिला टीम ने भारत महिला क्रिकेट के इतिहास में पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला जीतकर इतिहास रचा। कप्तान हारमनप्रीत कौर की फर्म में टीम ने शुरुआती दो मैचों में जींदगी दिखाई। पहला मैच 97 रनों से जीतते हुए स्मृति मंचना ने अपना पहला टी20 शतक बनाते हुए 68 बल्ब्स पर 117 रन बनाए, जो पूरी टीम के आत्मविश्वास को उड़ान देता है।

दूसरे टी20 में भारत ने 24 रनों से जीत दर्ज की। इस जीत में अमनजोत कौर और जेइमीला रोज़ेरो दोनों ने 63-63 के शानदार अर्धशतक लगाए, जिससे टीम का गहिरा बैटिंग क्रम उजागर हुआ। दोनों बल्लेबाज़ों की पारिवारिक रफ़्तार ने इंग्लैंड की गेंदबाजी इकाई को कई बार बेधता दिया।

तीसरा मैच इंग्लैंड के लिए उम्मीदों का मोड़ बना, जहाँ वे केवल पाँच रनों से जीत पाए। यह नजदीकी जीत सीरीज को बाँधे रखी और दर्शकों को रोमांचित किया। भारत ने फिर भी दबाव में खेलते हुए कई बेहतरीन बचाव दिखाए, पर इंग्लैंड की तेज़ बाउंड्रीज ने उन्हें पीछे धकेल दिया।

चौथे मैच में भारत ने कम स्कोरिंग पिच पर भी जीत हासिल की, छह विकेट से जीत का दांव पका लिया। यह जीत ही वे पहला कदम थी जिससे भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली श्रृंखला जीत का दाव बना लिया। इस खेल में हारमनप्रीत ने थ्रॉटलिंग कैप्टेनशिप दिखाई, जबकि किचन में नई प्रतिभाओं ने चलनी बॉल्स को मारते हुए टीम को स्थिर रखा।

पाँचवा और आखिरी मैच इंग्लैंड ने आखिरी आखिरी गेंद में पाँच विकेट से जीत कर सीरीज को रोमांचक मोड़ पर छोड़ दिया, पर भारतीय टीम को जीत का आनंद मिल चुका था। इस सीरीज ने भारत महिला क्रिकेट के विकास में एक नया अध्याय लिखा, जहाँ पिच के हर तरह के माहौल में टीम ने ठोस खेल दिखाया।

  • स्मृति मंचना का पहला T20I शतक (117 रन)
  • अमनजोत कौर और जेइमीला रोज़ेरो के 63-63 के अर्धशतक
  • हारमनप्रीत कौर के कप्तानी में 3-2 की जीत
  • इंग्लैंड के खिलाफ 2-0 की शुरुआती बढ़त
ODI श्रृंखला और भविष्य की दिशा

ODI श्रृंखला और भविष्य की दिशा

टी20 श्रृंखला के साथ साथ तीन मैच की ODI श्रृंखला भी भारत ने 2-1 से जीती। निर्णायक तृतीय ODI में हारमनप्रीत ने अपना सातवाँ शतक चमकाते हुए 102 रन बनाये, जबकि गेंदबाज क्रम में क्रांति गौड़ ने अपनी पहली पाँच विकेट की पहुँच 6/52 के बेहतरीन आंकड़ों से हासिल की। इस जीत ने दिखाया कि भारतीय महिला टीम केवल टोकन फॉर्मेट में ही नहीं, बल्कि लम्बी प्रारूप में भी प्रतिस्पर्धी है।

इस सीरीज की जीत को देखते हुए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि अब टीम को अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर, उच्च स्तरीय लीग और बुनियादी सुविधाओं में निवेश की जरूरत है। युवा खिलाड़ियों को जल्द से जल्द बर्डिंग स्कूल और राष्ट्रीय अभ्यास इकाइयों में शामिल किया जाएगा, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय दबाव को संभाल सकें।

आगामी जुलाई में इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप क्वालीफायर्स में भारत को एक और मौका मिलेगा अपनी शक्ति दिखाने का। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि टीम इस फॉर्म को बनाए रखती है, तो वह विश्व कप में भी शीर्ष दो टीमों में जगह बना सकती है। हारमनप्रीत ने अपनी अगली टीमें के साथ मिलकर प्रशिक्षण सत्रों को तेज़ करने और विभिन्न परिस्थितियों में खेल करने की योजना बनाई है।

सारांश में, यह इतिहास रचने वाली जीत केवल एक जीत नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट की निरंतर उन्नति का प्रमाण है। भविष्य में अधिक टूर्नामेंट, बेहतर बुनियादी ढाँचा और नई प्रतिभाओं के उदय से महिलाओं का क्रिकेट भारत में नई ऊँचाइयों को छूने वाला है।

18 टिप्पणि

Anila Kathi
Anila Kathi

सितंबर 27, 2025 at 10:59 पूर्वाह्न

ये तो बस शुरुआत है! 🤩 हारमनप्रीत ने जो टीम बनाई है, वो किसी टूर्नामेंट के लिए नहीं, बल्कि इतिहास बनाने के लिए है। स्मृति का शतक, अमनजोत का अर्धशतक, किचन की नई ताकत... सब कुछ बिल्कुल फिल्मी लग रहा है! 🙌

vasanth kumar
vasanth kumar

सितंबर 27, 2025 at 15:48 अपराह्न

अच्छा लगा खेल... पर अब ये सब बातें भी तो बस एक श्रृंखला की हैं। अगला टेस्ट क्या है? वर्ल्ड कप में भी ऐसा ही खेलेंगे?

Andalib Ansari
Andalib Ansari

सितंबर 27, 2025 at 16:34 अपराह्न

क्या हम असल में इस जीत को सिर्फ एक खेल के रूप में देख रहे हैं? या ये एक सामाजिक बदलाव का संकेत है - जहाँ एक लड़की अपने बल पर देश का नाम रोशन कर रही है? ये जीत सिर्फ रन नहीं, एक नई पीढ़ी के लिए आशा है।

Pooja Shree.k
Pooja Shree.k

सितंबर 28, 2025 at 04:17 पूर्वाह्न

मैंने पहली बार टी20 देखा था और रो गई... सच में रो गई... ये लड़कियाँ इतनी मेहनत कर रही हैं... और हम इसे बस एक मैच के रूप में देख रहे हैं... बहुत बहुत बधाई...

Vasudev Singh
Vasudev Singh

सितंबर 29, 2025 at 10:37 पूर्वाह्न

इस जीत के पीछे बहुत कुछ छुपा है। देश भर में छोटी लड़कियाँ अब टी20 खेलने के लिए नहीं, बल्कि अपने घर के बाहर खेलने के लिए लड़ रही हैं। हारमनप्रीत का नेतृत्व ने बस टीम को नहीं, बल्कि एक पूरी नस्ल को नई दिशा दी है। अब बुनियादी ढाँचे का ध्यान रखना होगा - अच्छी पिच, अच्छे कोच, अच्छा डाइट, अच्छा सपोर्ट सिस्टम। ये सब बिना इनके ये सब बस एक फैंटेसी है।

Akshay Srivastava
Akshay Srivastava

सितंबर 30, 2025 at 19:34 अपराह्न

इस लेख में गलतियाँ हैं। जुलाई 31 को मैच नहीं हो सकता - जुलाई में 31 दिन नहीं होते। और टी20 में शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला स्मृति मंचना नहीं, बल्कि विराटी शर्मा थीं। ये गलत जानकारी फैलाना बेकार है।

Amar Khan
Amar Khan

अक्तूबर 1, 2025 at 16:12 अपराह्न

भाई ये जीत तो बस एक बार की है... अब देखना होगा कि अगले महीने क्या होता है... मैंने देखा है कितनी टीमें एक श्रृंखला जीतकर फिर गायब हो गईं... ये भी वैसे ही होगा... बस अब तो फिर बोर हो जाएगा... 😔

Roopa Shankar
Roopa Shankar

अक्तूबर 3, 2025 at 08:49 पूर्वाह्न

मैंने अपनी बेटी को आज ये मैच दिखाया... उसने कहा, मम्मी, मैं भी ऐसा खेलूँगी। ये जीत सिर्फ टीम की नहीं, आज की हर छोटी लड़की की है। अब बस ये चाहिए - अधिक ट्रेनिंग सेंटर, अधिक स्कॉलरशिप, अधिक दिखावा। हम अभी तक उनके लिए बहुत कम कर रहे हैं।

shivesh mankar
shivesh mankar

अक्तूबर 4, 2025 at 16:59 अपराह्न

ये जीत बहुत खूबसूरत है। लेकिन अब बस ये नहीं कि हम खुश हो जाएँ... अब ये जरूरी है कि हम इन लड़कियों के लिए बेहतर भविष्य बनाएँ। उनके लिए स्टेडियम बनाएँ, उनके लिए टीवी चैनल दें, उनके लिए बच्चों को क्रिकेट सिखाएँ। ये जीत एक शुरुआत है - अब देखते हैं कि हम कितने जिम्मेदार हैं।

avi Abutbul
avi Abutbul

अक्तूबर 5, 2025 at 02:36 पूर्वाह्न

मैंने भी अपनी बहन को ये मैच दिखाया। वो बस बार-बार दोहरा रही थी - ये लड़कियाँ तो बस बहुत अच्छी हैं। बस ये देखो कि अब कितने लड़के इनके लिए बारिश करने लगे हैं।

Hardik Shah
Hardik Shah

अक्तूबर 5, 2025 at 13:31 अपराह्न

इतना बड़ा जश्न? बस एक टी20 श्रृंखला जीत ली... अगर ये वर्ल्ड कप जीत लें तो बात बदलेगी। अभी तो बस एक बार की बात है। अब तो लोग अपने घर पर बैठे चिल्ला रहे हैं।

manisha karlupia
manisha karlupia

अक्तूबर 6, 2025 at 00:42 पूर्वाह्न

क्या हमने कभी सोचा कि इन लड़कियों को रात को अकेले ट्रेनिंग करने के लिए कितना साहस चाहिए? मैंने अपने गाँव में एक लड़की को देखा था... उसके पिता ने उसे रोका था... अब वो अपने आप में एक जादू है... ये जीत उसकी भी है...

vikram singh
vikram singh

अक्तूबर 6, 2025 at 15:49 अपराह्न

ये जीत बस एक जीत नहीं... ये एक बिजली की चमक है! जब हारमनप्रीत ने आखिरी ओवर में लेगस्पिन को बाउंड्री में मारा - तो मेरा दिल ठहर गया! ये टीम अब बस खेल नहीं, बल्कि एक नाटक बना रही है! बाकी टीमें तो अब बस देख रही हैं - और डर रही हैं!

balamurugan kcetmca
balamurugan kcetmca

अक्तूबर 7, 2025 at 20:28 अपराह्न

इस जीत के बाद बहुत कुछ बदलना चाहिए। टीम को अब अंतरराष्ट्रीय टूर पर ले जाना होगा - ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका। ये बार-बार इंग्लैंड के खिलाफ खेलने से नहीं बढ़ेगी। और बच्चों को भी अब अपने घरों में नहीं, बल्कि स्कूलों में क्रिकेट का अभ्यास करना चाहिए। अभी तक तो हम लड़कियों के लिए स्पोर्ट्स को बस एक बाहरी चीज़ समझते हैं। ये गलत है।

Arpit Jain
Arpit Jain

अक्तूबर 9, 2025 at 08:03 पूर्वाह्न

अरे भाई, ये जीत तो बस इंग्लैंड के खिलाफ है - वो तो अब बहुत कमजोर हो गए हैं। अगर ऑस्ट्रेलिया आ जाए तो फिर क्या होगा? ये सब बस एक फेक न्यूज़ है। असली टेस्ट तो अभी बाकी है।

Karan Raval
Karan Raval

अक्तूबर 10, 2025 at 19:15 अपराह्न

अब बस ये चाहिए कि हम इन लड़कियों को नए नए मौके दें। नए लीग बनाएँ। नए कोच लगाएँ। नए ट्रेनर लगाएँ। और उनके लिए जगह बनाएँ। बस इतना ही। ये लड़कियाँ तैयार हैं। हम तैयार हैं या नहीं?

divya m.s
divya m.s

अक्तूबर 10, 2025 at 21:09 अपराह्न

ये जीत? बस एक बार की बात है। जब तक इन लड़कियों को अपने घर में भी खेलने की इजाज़त नहीं मिलती, तब तक ये सब बस एक नाटक है। और अब तो लोग इनके लिए गीत भी बना रहे हैं - जबकि उनके घर में अभी तक टीवी नहीं है।

PRATAP SINGH
PRATAP SINGH

अक्तूबर 12, 2025 at 13:36 अपराह्न

इस जीत का कोई वास्तविक महत्व नहीं है। टी20 एक फॉर्मेट है जिसमें भाग्य भी शामिल होता है। असली क्रिकेट तो टेस्ट है। और भारतीय महिलाएँ टेस्ट में अभी भी बहुत पीछे हैं। ये सब बस एक धोखा है।

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