
वर्चुअल सेमीफ़ाइनल का रोमांचक खेल
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की रोशनी में 25 सितंबर को खेले गए इस वर्चुअल सेमीफ़ाइनल ने क्रिकेट प्रेमियों को बेइंतिहा रोमांच दिया। टॉस जीतकर बांग्लादेश ने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया, hoping कि पाकिस्तान को एक छोटा लक्ष्य रख कर दबाव बनाया जा सके। लेकिन पाकिस्तान ने 19.1 ओवर में 135 रन बनाकर अपने पैर जमीन पर जमा लिए। इस इन्लिंग में सैम आयुब का चेहरा फिर से उदास हो गया, क्योंकि वह इस टूर्नामेंट में अपना चौथा डक बना कर अपनी दुविधा जारी रखी।
पाकिस्तान की बैटिंग डिपार्टमेंट के लिए यह कुल मिलाकर एक मध्यम प्रदर्शन था, पर टारगेट थ्रेशहोल्ड को 135 पर सेट कर देना ही काफ़ी समझदारी थी, क्योंकि दुबई की पिच पिछले मैचों में बॉलर्स के लिये ज़्यादा अनुकूल दिखी थी।
जब बांग्लादेश ने रिप्लाई की तो उनका सामना पाकिस्तान के दो तेज़ गेंदबाज़ों—हरिस रौफ़ और शहीन शह अफ़रदी—के साथ हुआ। दोनों ने मिलकर एक शानदार बॉलिंग स्पेल दिया, जो अंततः बांग्लादेश को 124/9 पर रोक गया। बांग्लादेश 20 ओवर पूरे करने के बाद भी लक्ष्य से 11 रन पीछे रह गया।
मैच के दौरान कई नाटकीय पल देखे गये। हरिस रौफ़ ने अपने फॉलो‑थ्रू के दौरान गिरते हुए चोटिल हो गए, जिससे कुछ देर के लिए खेल रुक गया। मेडिकल टीम ने तुरंत उन्हें इलाज दिया, लेकिन रौफ़ ने जल्दी ही वापस आकर अपनी बॉलिंग फिर से शुरू की। वह दो ओवर के बाद ही फिर से बॉलिंग में कूद पड़े और पहले ही बॉल पर तंजीम शाकिब और टास्किन अहमद दोनों को विकेट पर गिराया। उनका यह वापसी का परफॉर्मेंस बांग्लादेश की लकीर तोड़ने में निर्णायक रहा।
- पाकिस्तान ने 135/8 बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया।
- सैम आयुब ने अपना चौथा डक बनाया, जिससे उनकी फॉर्म पर सवाल उठे।
- हरिस रौफ़ की चोट के बाद भी उन्होंने 2 विकेटों के साथ मोड़ दिया।
- शहीन शह अफ़रदी ने भी महत्वपूर्ण ओवरों में दबाव डाला।
पाकिस्तान बन गया फाइनल में
इस जीत के साथ पाकिस्तान का पहला‑बार का फाइनल में प्रवेश पूरा हुआ, जहाँ उनका सामना पहले ही सुपर‑4 चरण में लगातार जीत हासिल करने वाले भारत से होगा। भारत पहले ही दो लगातार जीत के बाद फाइनल की जगह तय कर चुका है, इसलिए दोनों टीमें अब पूरी ताकत के साथ एक दूसरे को टक्कर देंगे।
दोनों टीमों की इस मैच से पहले की पृष्ठभूमि भी दिलचस्प थी। बांग्लादेश ने एक दिन पहले भारत को हार में भेजा था, जहाँ कूलदीप यादव की स्पिन ने बांग्लादेश की बैटिंग को झकझोर दिया था। वहीं पाकिस्तान भी कुछ दिन पहले भारत के खिलाफ निकट मुकाबला कर चुका था, पर भारत के अभिषेक‑शुबमन के आक्रमण ने उन्हें फाइनल तक पहुँचने से रोक दिया था। लेकिन दोनों टीमों ने सुपर‑4 में श्रीलंका को हराकर अपना मनोबल बढ़ाया था, जिससे इस वर्चुअल सेमीफ़ाइनल में दोनों की आत्मविश्वास उच्चतम स्तर पर थी।
फाइनल की संभावनाएं अब पूरी तरह से स्पष्ट हो गई हैं। अगर पाकिस्तान इस गति को बनाए रखता है, तो भारत के खिलाफ एक शानदार संघर्ष की संभावना बढ़ी है। दोनों देशों के बीच इतिहास में कई तीव्र मुकाबले हुए हैं, और इस बार का फाइनल भी उन यादगार मुलाकातों में जोड़ दिया जायेगा।
आगे बढ़ते हुए, इस टॉर्नामेंट ने दिखाया है कि एशिया कप 2025 केवल एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं, विरोधाभासों और अप्रत्याशित मोड़ों से भरपूर एक मंच है। जब तक फाइनल के लिए तैयारियों की बात है, दर्शक और विश्लेषक दोनों ही पूछ रहे हैं—क्या पाकिस्तान को अंत तक हार नहीं सकेगा या भारत अपनी जीत की लकीर को आगे बढ़ाएगा? इस सवाल का जवाब जल्द ही Asia Cup 2025 के फाइनल में मिलेगा।